अयोध्या विवाद पर अदालती फ़ैसला और जन प्रतिक्रियाएं: अयोध्या विवाद अदालत में लम्बित था।
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हैरत की बात है कि इतना महत्वपूर्ण अदालती फ़ैसला अख़बारों की सुर्ख़ियां नहीं बन सका।
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वेद प्रताप वैदिक का आलेख-संदर्भ बिनायक सेन अदालती फ़ैसला: कामरेडों का फ़िजूल रोदन
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एकतरफ़ा अदालती फ़ैसला लेकर उन्हें सीधे फ़ांसी के तख़्ते पर भेजने का आयोजन इस्लामी फ़ासीवाद कर चुका था.
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कसाब के के मामले अदालती फ़ैसला आने के बाद देश में दीपावली एवं ईद जैसा माहौल था, लोगों में खुशी थी।
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किसी भी केश को सेकड़ो वर्षो तक चलाते हुए कोई अदालती फ़ैसला नही होने देना भी यही की देन है! ५.
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अज़ीमुल्ला को यकीन था कि वह इंग्लैंड का दौरा कर लेगा, और अपने मालिक के ख़िलाफ़ लार्ड डलहौजी की डिगरी (अदालती फ़ैसला) को रद्द करवा देगा।
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कोई परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहता है, कोई लड़की के विवाह के लिये चिंतित है, कोई अपने गिरते हुये व्यापार को उठाना चाहता है, कोई अदालती फ़ैसला अपने पक्ष में चाहता है....
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जस्टिस पलोक बसु का कहना है कि अदालती फ़ैसला आने के बाद देश के हालात बिगड़ सकते हैं इसलिए वे पिछले कुछ समय से अयोध्या आकर इस मसले का स्थानीय स्तर पर हल निकालने की संभावनाएं तलाश रहे हैं.
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न्यायालय ने ये आशा भी व्यक्त की कि अयोध्या में विवादित स्थल से जुड़े दोनों ही पक्ष अदालती फ़ैसला आने से पहले इस विवाद का कोई ऐसा हल तलाश लेंगे जिससे देश में सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारा बढ़ेगा.